शर्मनाक प्रदर्शन से बेहद आहत भारतीय कप्तान विराट कोहली ने माना कि उनके पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले डे नाइट टेस्ट मैच में मनोबल तोड़ने वाली हार को व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं है. कोहली ने अपनी टीम के न्यूनतम स्कोर के लिए बल्लेबाजों को दोष दिया, जिन्होंने किसी तरह का जज्बा नहीं दिखाया. भारतीय टीम दूसरी पारी में अपने न्यूनतम स्कोर 36 रन पर आउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट मैच आठ विकेट से जीतकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई.
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करना बहुत मुश्किल है. हमारे पास 60 रन के करीब बढ़त थी और इसके बाद हमारी पारी बिखर गई.’कोहली ने कहा, ‘आप दो दिन तक कड़ी मेहनत करके खुद को अच्छी स्थिति में रखते हो और एक अचानक एक घंटे में स्थिति बदल जाती है और फिर जीत असंभव बन जाती है.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें आज थोड़ा जज्बा दिखाना चाहिए था. अपने इरादे जतलाने चाहिए थे. उन्होंने (ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों) पहली पारी में भी इन्हीं क्षेत्रों में गेंदबाजी की थी लेकिन तब हमारी मानसिकता रन बनाने की थी.’कोहली ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने कुछ अच्छी गेंदें की, लेकिन उन्होंने पहली पारी की तुलना में कुछ खास नया नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि यह मानसिकता थी. यह स्पष्ट था. ऐसा लग रहा था कि रन बनाना बहुत मुश्किल है और गेंदबाजों का आत्मविश्वास बढ़ गया. यह जज्बे की कमी और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का सही क्षेत्र में गेंद करने का संयोजन था.’
कोहली अब अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट जाएंगे. उनकी जगह बाकी बचे तीन टेस्ट मैचों में अजिंक्य रहाणे टीम की अगुवाई करेंगे. कोहली ने कहा, ‘निश्चित तौर पर आप टीम के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहते हैं. बेहतर परिणाम वास्तव में अच्छा होता, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि खिलाड़ी बॉक्सिंग डे टेस्ट में मजबूत वापसी करेंगे.’
दूसरा टेस्ट मैच मेलबर्न में 26 दिसंबर से खेला जाएगा. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं था कि भारतीय पारी इस तरह से बिखर जाएगी. पेन को मैन आफ द मैच चुना गया. पेन ने कहा, ‘वास्तव में मैंने ऐसा नहीं सोचा था. मैंने सुबह मीडिया से कहा था कि दोनों टीमों के पास ऐसा आक्रमण है जो जल्दी विकेट निकाल सकता है. ऐसी उम्मीद नहीं थी कि उनकी पारी इतनी जल्दी समाप्त हो जाएगी.’